इंटरनेट क्या है ? What is internet in hindi 2021, इंटरनेट पर निबंध
इंटरनेट क्या है ? इंटरनेट का उपयोग, इंटरनेट का महत्व, history of internet in hindi और internet ki khoj kisne kiya इन सब की पूरी जानकारी मैं आपको इस hindi blog में बहुत ही सरल व सहज भाषा में बताऊंगा।
आज जहाँ इन्टरनेट व्यापार से लेकर बैंकिंग, एजुकेशन, कम्युनिकेशन, टेक्नोलॉजी और मनोरंजन का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है, वहीँ बिना इन्टरनेट के जीवन की कल्पना करना तो आज के युग में बहुत ही कठिन हो गया है. इन्टरनेट ने जहाँ आज हमारी बहुत सी समस्याओं का हल दिया है वहीँ हमारे लिए बहुत सी नयी समस्याओं को जन्म भी दिया है।
आज के इस लेख में हम इन्टरनेट के इतिहास से लेकर इन्टरनेट के लाभ और हानियों के भी बारे में भी जानेंगे. तो आइये सबसे पहले जानते है की।
इंटरनेट का हिंदी अर्थ, इंटरनेट क्या है? / What is internet in hindi
इन्टरनेट एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल है जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है. दुसरे शब्दों में कहे तो सूचनाओ के आदान प्रदान करने के लिए TCP/IP Protocol के माध्यम से दो कंप्यूटरों के बीच स्थापित सम्बन्ध को internet कहते हैं. इन्टरनेट विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है।
इंटरनेट एक विश्व स्तर पर जुड़ा नेटवर्क सिस्टम है जो TCP/IP प्रोटोकॉल के उपयोग से एक कंप्यूटर से दूसरे कम्प्युटर के बीच विभिन्न प्रकार के मीडिया के माध्यम से सूचनाएँ, जनकारियाँ या डाटा (Data) का संचार या आदान-प्रदान के लिए उपयोग किया जाता है। “ इस नेटवर्क में कंप्यूटर सर्वर भी शामिल होते हैं।
इंटरनेट ने हर वर्ग के लोगों में क्रांति पैदा कर दी है, और हम दिन पर दिन इस पर ज्यादा से ज्यादा निर्भर होते जा रहे हैं लेकिन जहां हमारी तरक्की की बुनियाद है वहीं इससे होने वाली कुछ परेशानियां भी हैं।
इंटरनेट क्या होता है ? इंटरनेट का उपयोग, इंटरनेट का महत्व, history of internet in hindi और internet ki khoj kisne kiya इन सब की पूरी जानकारी मैं आपको इस hindi blog में बहुत ही सरल व सहज भाषा में बताऊंगा।
आज जहाँ इन्टरनेट व्यापार से लेकर बैंकिंग, एजुकेशन, कम्युनिकेशन, टेक्नोलॉजी और मनोरंजन का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है, वहीँ बिना इन्टरनेट के जीवन की कल्पना करना तो आज के युग में बहुत ही कठिन हो गया है. इन्टरनेट ने जहाँ आज हमारी बहुत सी समस्याओं का हल दिया है वहीँ हमारे लिए बहुत सी नयी समस्याओं को जन्म भी दिया है।
इंटरनेट की परिभाषा क्या है – इंटरनेट का अर्थ क्या होता है ?
इंटरनेट की परिभाषा क्या है इसके बारे में हमें जरूर पता होना चाहिए क्योंकि हम जिस चीज का daily उपयोग करते हैं उसकी परिभाषा (Definition) क्या है इसके बारे में भी जानकारी होना अति-आवश्यक है इसीलिए चलिए जानते हैं इंटरनेट की परिभाषा के बारे में ।
इंटरनेट दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क हैऔर आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी खोजों में से एक है। इंटरनेट के आविष्कार ने मनुष्यों के जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है। इंटरनेट को केवल “नेट” या “वेब” के नाम से भी जाना जाता है। आज जिसे हम इंटरनेट के नाम से जानते हैं उसकी शुरुआत 1960 के दशक के अंत में अमेरिका में ARPANET (अरपानेट) की शुरुआत से हुई थी। इंटरनेट की परिभाषा की बात करें तो अलग-अलग लोगों ने अलग-अलग परिभाषाएँ दी हैं। आइए जानते हैं कि इंटरनेट की सही और वास्तवित्क परिभाषा क्या है?
इंटरनेट की परिभाषा क्या है।
अगर हम साधारण भाषा में कहें तो इंटरनेट दुनिया भर में आपस में राउटर और स्विच के माध्यम से जुड़े कम्प्युटरों का तंत्र या जाल है। इस वैश्विक तंत्र या नेटवर्क में निजी, सार्वजनिक, व्यावसायिक, शैक्षणिक और सरकारी नेटवर्क इत्यादि शामिल हैं जो वायरलेस (Wireless) या फाइबर-ऑप्टिक (Fiber Optic) के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। Satellite, केबल, Telephone Wire, वायरलेस या मोबाइल कनेक्शन जैसी Broadband (ब्रॉडबैंड) तकनीकों का उपयोग करके इंटरनेट का उपयोग किया जा सकता है।
पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेट में हार्डवेर को भी शामिल किया जाता है और जिसे WWW या वर्ल्ड वाइड वेब के नाम से जाना जाता है वह Internet (इंटरनेट) पर उपलब्ध कई Services में से एक है।
इंटरनेट में दुनिया भर में लोगों, सरकारों और कंपनियों इत्यादि द्वारा बनाएगए करोड़ों-अरबों वेब पेज (Web Page) होते हैं जिनके माध्यम से सूचनाएँ, शिक्षा और मनोरंजन का संचार होता है।
इंटरनेट की परिभाषा से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:-
- Internet (इंटरनेट) उपयोग करने के लिए TCP / IP प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है।
- इंटरनेट पर जब हम कुछ खोजते या सर्च करते हैं तो उसे Surfing कहा जाता है। इंटरनेट सर्फिंग किसी ब्राउज़र के द्वारा की जाती है। उदाहरण के लिए Microsoft Edge, Google Chrome, Apple Safari, Mozilla Firefox इत्यादि प्रसिद्ध इंटरनेट वेब ब्राउज़र हैं।
- इंटरनेट पर जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें Web Browser में किसी search engine की मदद लेनी पड़ती है। उदाहरण के लिए Google सबसे बड़ा और अधिक उपयोग किया जाने वाला सर्च इंजिन है।
- Internet किसी भी एक व्यक्ति या देश की संपत्ति नहीं है।
हम उम्मीद करते हैं आपको इंटरनेट की परिभाषा क्या है इसके बारे मेंउचित जानकारी प्राप्त हुई होगी अगर आपके इंटरनेट से related कोई question है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से सकते हैं।
इंटरनेट की आवश्यकता क्यो है?
हिंदी में इन्टरनेट :- Internet Meaning In Hindi
इन्टरनेट एक इंग्लिश शब्द है जो इंग्लिश के ही एक और शब्द “Internetworked” से लिया गया है. Hindi में Internet का meaning होता है “अंतरजाल“. इन्टरनेट हजारों-लाखों कम्प्यूटरों का एक जाल है इसे हिंदी में अंतरजाल या फिर सामान्य भाषा में “महाजाल” भी कह सकते है।
इन्टरनेट का मालिक कौन है ? Owner of Internet:-
हर वस्तु का कोई न की मालिक तो होता ही है लेकिन अगर बात करे इन्टरनेट की, कि इन्टरनेट का मालिक कौन है या फिर इन्टरनेट पर किस का एकाधिकार है तो इस प्रश्न के दो उत्तर हो सकते है।
- कोई नहीं
- बहुत सारे लोग
1. यहाँ कोई नहीं से तात्पर्य यह है कि इन्टरनेट का कोई भी एक मालिक नहीं है, और कोई भी देश या किसी भी देश की सरकार या कंपनी इन्टरनेट पर किसी भी प्रकार का एकाधिकार नहीं रखती है. कहने का तात्पर्य इन्टरनेट पर पूर्ण अधिकार किसी का भी नहीं है।
2. दूसरे दृष्टिकोण से, हजारों लोग और संगठन इंटरनेट के मालिक हैं. इंटरनेट में कई अलग-अलग बिट्स और टुकड़े होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का एक मालिक होता है। इनमें से कुछ मालिक आपके पास इंटरनेट तक पहुंच की गुणवत्ता और स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। वे पूरे सिस्टम के मालिक नहीं हो सकते हैं, लेकिन वे आपके इंटरनेट के अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए “इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर कम्पनियां“.
इंटरनेट क्या होता है? What is internet in hindi 2021
- कोई नहीं
- बहुत सारे
History of Internet in Hindi (इन्टरनेट का इतिहास) कहते है आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है. यह बात इन्टरनेट की खोज पर बिलकुल सटीक बैठती है. इन्टरनेट का इतिहास बहुत ज्यादा पुराना नहीं है. सन 1960 में शीत युद्ध के दौरान गुप्त रूप से बहुत तेज गति से सूचनाओं के आदान प्रदान करने की आवश्यकता हुई।
इसी आवश्यकता की पूर्ति के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर एक नेटवर्क की खोज हुई, जिसे आज हम इन्टरनेट के नाम से जानते है. अगर बात की जाये कि इन्टरनेट की खोज किसने की इसमें किसी एक व्यक्ति को पूरा श्रेय नहीं दिया जा सकता है. इन्टरनेट का आविष्कार करने में कई लोगों का योगदान था. आइये इन्टरनेट के इतिहास और खोजकर्ताओं पर संक्षेप में जानते है।
इन्टरनेट की खोज किसने की?:-
इंटरनेट की खोज के पीछे कई लोगो का हाथ था. शीत युद्ध के दौरान सबसे पहले लियोनार्ड क्लेरॉक (Leonard Kleinrock) ने अमेरिकी रक्षा विभाग को एक नयी तकनीक से लैस करने की योजना बनायीं. इस योजना के अनुसार कई कंप्यूटरों को आपस में जोड़ कर सूचनाओं का आदान प्रदान करना था, जिससे कि सेना को जरुरी जानकारी बहुत जल्दी मिल जाए।
इस नेटवर्क को बनाने में उनका साथ दिया एम.आई.टी. के वैज्ञानिक J.C.R. Licklider और रोबर्ट टेलर (Robert Taylor) ने. जिन्होंने ने सन 1962 में कंप्यूटर का एक “Galactic Network” बनाने का प्रताव रखा. जिस पर लगातार काम होता रहा.और 1965 में, एक और एम.आई.टी. वैज्ञानिक ने एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक जानकारी भेजने का एक तरीका विकसित किया जिसे “Packet Switching” कहा गया। पैकेट स्विचिंग डाटा को ब्लाक या पैकेट में तोड़ कर डाटा ट्रान्सफर करता था।
इस तकनीक की शुरुआत सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग की Advance Research Projects Agency (ARPA) द्वारा की गई थी। जिस वजह से इसे ARPANET का नाम दिया गया. ARPANET में एक computer से दूसरे computer से जोड़ने के लिए NCP यानि कि (Network Control Protocol) का इस्तेमाल किया गया था।
October 29, 1969 को ARPAnet के माध्यम से पहला सन्देश “LOGIN” लिख कर भेजा गया, जो कि आंशिक रूप से सफल हुआ और सन्देश के पहले दो अक्षर “LO” का ही डाटा ट्रान्सफर हुआ।
1969 के अंत तक, ARPAnet से सिर्फ चार कंप्यूटर जुड़े थे, लेकिन 1970 के दौरान यह नेटवर्क लगातार बढ़ता गया। 1971 में, इसने University of Hawaii के ALOHAnet को जोड़ा और दो साल बाद इसने लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज और नॉर्वे के रॉयल रडार प्रतिष्ठान में नेटवर्क को जोड़ा।
जैसे ही इस नेटवर्क से बहुत सारे कंप्यूटर जुड़ते गए जिससे इसे वैश्विक स्तर पर एकीकृत करना कठिन होता चला गया. सन 1971 में सबसे पहला Email Ray Tomlinson ने भेजा था। जैसे जैसे इसके फायदे का पता चलता गया वैसे वैसे ही इसका इस्तेमाल बढता गया।
इन्टरनेट की खोज किसने की?
इन्टरनेट का जनक : Father of Internet in Hindi
बाद में, उन्होंने एक अतिरिक्त प्रोटोकॉल जोड़ा, जिसे “इंटरनेट प्रोटोकॉल” IP के रूप में जाना जाता है। आज हम जिस इन्टरनेट का प्रयोग करते है उसमे TCP/IP Protocol का ही इस्तेमाल किया जाता है।
सन 1974 में विंट सर्फ (Vint Cerf) और रोबर्ट ई. काहन (Robert E. Kahn) ने एक पेपर प्रकाशित किया जिसे “The Fathers Of The Internet” के नाम से जाना गया. इसी रिसर्च पेपर को प्रकाशित करने के कारण Vint Cerf को इन्टरनेट का जनक कहते है।
Malware Virus Kya hai?
भारत में इन्टरनेट कब आया?
भारत में इन्टरनेट की शुरुआत 14 अगस्त 1995 को हो गयी थी लेकिन सार्वजानिक रूप से इसे 15 अगस्त 1995 को “विदेश संचार निगम लिमिटेड” यानि VSNL द्वारा चालू किया गया था। तब इन्टरनेट का इस्तेमाल महत्वपूर्ण सूचनाओं के आदान प्रदान करने के लिए किया गया था और इसकी स्पीड मात्र 8-10 kbps थी।
जब भारत में इन्टरनेट की शुरुआत हुई थी तब इससे मात्र 20-30 कंप्यूटर ही जुड़े थे और इन्टरनेट कनेक्शन का खर्च भी बहुत ज्यादा था, और 9-10 kbps स्पीड के इन्टरनेट का मासिक खर्चा 500-600 रूपये के आसपास था, जो कि उस समय के हिसाब से बहुत ही ज्यादा था।
जबकि आज के समय में इन्टरनेट प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में पहुँच चूका है और पढाई से लेकर व्यापार, चिकित्सा, तकनीक, सरकारी कार्यों इत्यादि तक में इन्टरनेट का प्रयोग होने लगा है।
इन्टरनेट की पहली वेबसाइट कौन थी? First website on Internet:-
इन्टरनेट पर पहला वेब पेज 6 अगस्त 1991 को लाइव हुआ था। यह वर्ल्ड वाइड वेब प्रोजेक्ट की जानकारी के लिए समर्पित था और इसे टिम बर्नर्स-ली (Berners-Lee) ने बनाया था। यह यूरोपीय संगठन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च में एक NeXT computer पर संचालित हुआ था।
इस पहले वेब पेज का एड्रेस http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html था. जो देखनें में निचे दी गयी इमेज जैसा था, और आज भी live है।
इन्टरनेट कैसे काम करता है? How internet works in Hindi:-
दोस्तों क्या आप भी उन लोगों में से है जो यह सोचते है कि Internet सेटेलाईट के माध्यम से चलता है. अगर हाँ तो आपकी सोच एक हद तक गलत भी हो सकता है. हालाँकि इन्टरनेट को सेटेलाईट के मध्यम से भी चलाया जाता है लेकिन हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वो सेटेलाइट के माध्यम से नहीं अपितु Opticle Fibres Cable द्वारा हम तक पहुँचता है. Opticle Fibres Cable को सबमरीन केबल भी कहते है।
हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वो तीन कम्पनियों के माध्यम से होते हुए हम तक पहुँचता है. हम इन तीनों कंपनियों को तीन भाग में विजभित कर लेते है। Tier 1, Tier 2, Tier 3.
- Tier 1 में वो कंपनी आती है जिन्होंने ऑप्टिकल फाइबर केबल का नेटवर्क समुद्र के अन्दर से पूरे विश्व भर में फैला रखा है. इन्ही केबल के माध्यम से दुनिया के सारे सर्वर एक दूसरे से कनेक्ट रहते है।
- Tier 2 में टेलिकॉम कंपनियां जैसे आईडिया, वोडाफ़ोन, एयरटेल जैसी कंपनियां आती है जिनके माध्यम से इन्टरनेट हम तक पहुँचता है।
- जबकि Tier 3 में लोकल एरिया की छोटी छोटी कंपनिया आती है जैसे तिकोना।
अब होता क्या है कि Tier 3 कि कम्पनियाँ Tier 2 से डाटा खरीदती है और Tier 2 कि कम्पनियाँ Tier 1 की कंपनी से प्रति GB के हिसाब से डाटा खरीदती है. हम लोग Tier 2 की कंपनियों से डाटा खरीदते है।
Tier 2 की कम्पनियाँ लैंडलाइन ओप्टिकल फाइबर केबल द्वारा अपने टावर को Tier 1 से कनेक्ट कर के रखते है. और वायरलेस नेटवर्क के माध्यम से इन्टरनेट कि सेवा हम तक पहुचाते है।
Google क्या है?
Types of internet in hindi : इन्टरनेट के कितने प्रकार का होता है?
दोस्तों हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वह एक तरीके का सार्वजनिक नेटवर्क है जिसका प्रयोग कोई कोई भी कभी भी कर सकता है बस इसके लिए हमें नेटवर्क और डाटा कि आवश्यकता होती है।
लेकिन क्या आप जानते है कि इसके अलावा भी इन्टरनेट के कई प्रकार होते है अगर नहीं तो चलिए ये भी जान लेते है कि आखिर इन्टरनेट कितने प्रकार का होता है।
Intranet और Extranet ये भी एक प्रकार के इन्टरनेट ही है. हम से बहुत से कम ही लोग ऐसे है जो Intranet और extranet के बारे में जानते होंगे. आइय थोड़ा संक्षेप में इंट्रानेट और एक्सट्रानेट के बारे में भी जान लेते है. और जानेंगे Internet, Intranet और Extranet में अंतर क्या है।
Internet of things (IOT) kya hai
Intranet Kya hota hai?
Intranet भी इन्टरनेट की ही तरह कई कंप्यूटरों का नेटवर्क होता है. लेकिन यह इन्टरनेट से थोडा भिन्न है क्यूंकि हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वह एक सार्वजानिक network होता है।
जबकि Intranet प्राइवेट नेटवर्क होता है जो इंटरनेट की ही तरह TCP/IP के माध्यम से डेटा और एप्लीकेशन को Internal रूप से साझा करता है।
इस तरह के नेटवर्क में लोकल एरिया (LAN) के कई नेटवर्क आपस में जुड़े हुए हो सकते है. और वाइड एरिया नेटवर्क में लीज्ड लाइन्स का भी इस्तेमाल हो सकता हैं।
Intranet भी इन्टरनेट की ही तरह आपस में जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल होता है. लेकिन यह नेटवर्क प्राइवेट होता है और हर कोई सार्वजानिक रूप से इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
इस तरह के नेटवर्क का उपयोग करके कंपनी अपने एक ऑफिस को दूसरे ऑफिस से कनेक्ट रखती है. और उसको एक्सेस करने के लिए यूजर, पासवर्ड का प्रयोग किया जाता है. बिना यूजर पासवर्ड के कोई भी इसको एक्सेस नहीं कर सकता है. इंट्रानेट के बारे में और अधिक जानने के लिए पढ़ें इंट्रानेट के फायदे और इन्टरनेट में अंतर
Extranet क्या होता हैं?:-
इन्टरनेट से इंट्रानेट में जाने की प्रक्रिया Extranet कहलाती है. यह एक “Private network” है. जो पब्लिक नेटवर्क की सहायता से डाटा प्रदान करता है. यह कंपनी और व्यापारिक साझेदारों के बीच एक माध्यम की तरह काम करता है. यह कंपनी की एक शाखा को दूर स्थित दूसरी शाखा को आपस में जोड़ कर डाटा शेयरिंग करने कि अनुमति देता है।
इसको access करने के लिए user और password कि आवश्यकता होती है. यह Intranet का ही एक हिस्सा है. इसका प्रबंधन एक से अधिक संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
Internet, Intranet और Extranet में अंतर:-
Internet:-
Intranet:-
Extranet:-
इन्टरनेट के फायदे और नुकसान :-
इन्टरनेट से लाभ:-
इन्टरनेट से नुकसान या हानि:-
इंटरनेट का उपयोग:-
आज इन्टरनेट के प्रयोग का दायरा बहुत ही ज्यादा असीमित हो चूका है. अपने प्रारंभिक दौर में इन्टरनेट का दायरा बहुत ही ज्यादा सीमित था और इसका प्रयोग वैज्ञानिक और रक्षा विभाग से सम्बंधित कार्यों कि सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए ही किया जाता था।
लेकिन जैसे जैसे इन्टरनेट की पहुच में आम आदमी आया इसके उपयोग का दायरा बढ़ता ही चला गया और आज असीमित क्षेत्रों में इसका उपयोग होने लगा और इन्टरनेट आज हमारे जीवन एक अभिन्न हिस्सा बन चूका है. आज इन्टरनेट का उपयोग कई चीजों में होगे लगा जैसे :-
- मनोरंजन के लिए
- बैंकिंग के लिए
- किसी भी डॉक्यूमेंट को मेल के माध्यम से ट्रान्सफर करने के लिए
- आपस में बात चीत करने के लिए
- नए दोस्त बना सकते है
- online पढाई कर सकते है
- घर बैठे शोपिंग कर कर सकते है
- न्यूज़ पढ़ सकते है
- मोबाइल, बिजली, phone का बिल जमा कर सकते है.
- बिज़नस के प्रचार प्रसार के लिए.
- विज्ञापन के लिए
- किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इत्यादि
क्या आप जानते है ?
- क्या आप जानते है कि हम जिस इन्टरनेट का प्रयोग करते है वह पुरे इन्टरनेट का मात्र 5% हिस्सा ही है।
- क्या आप जानते है कि इन्टरनेट पूरी तरह से free है और हम जो चार्ज देते है वो इसकी मेंटिनेंस का खर्चा है।
- क्या आप जानते है दुनिया का पहला इ-मेल सन् 1971 में अमेरिका के कैंब्रिज नामक स्थान पर रे टॉमलिंसन नामक इंजीनियर ने एक ही कमरे में रखे दो कंप्यूटरों के बीच भेजा था।
- क्या आप जानते है दुनिया का सबसे पहला वायरस क्रीपर था जो अरपानेट पर खोजा गया था. यह सन 1970 की शुरुआत में इंटरनेट से पहले आया था।
- क्या आप जानते है www (world wide web) से पहले ईमेल बनाया गया था।
- क्या आप जानते है आज भी दुनिया कि कुल आबादी 40% ही इन्टरनेट का इस्तेमाल करता है.।
Intranet Kya hai? Intranet Meaning in Hindi
Internet ki Speed Kaise Badhaye
VPN Kya Hai? VPN full form in Hindi
सामान्य प्रश्नोत्तरी :-
Q. इन्टरनेट क्या होता है?
A. इन्टरनेट एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल है जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है।
Q. इन्टरनेट को हिंदी में क्या कहते है?
A. इन्टरनेट को हिंदी में “अंतरजाल” कहते है.
Q. इन्टरनेट का मालिक कौन है?
A. इन्टरनेट का व्यक्तिगत कोई भी मालिक नहीं है.
Q. इन्टरनेट कि खोज किसने की?
A. इंटरनेट की खोज के पीछे कई लोगो का हाथ था.
Q. भारत में इन्टरनेट कब आया था?
A. भारत में इन्टरनेट 80 के दशक मे आया।
Q. इन्टरनेट की पहली वेबसाइट कौन सी थी?
A. इन्टरनेट पर पहला वेब पेज 6 अगस्त 1991 को प्रकाशित हुआ था जिसका लिंक http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html है।
Q. इन्टरनेट क्या कार्य करता है?
A. इन्टरनेट एक से अधिक कंप्यूटर के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान करता है।
Q. इन्टरनेट का पुराना नाम क्या है?
A. इन्टरनेट का पुराना नाम “इन्टरनेटिंग प्रोजेक्ट” है.
Q. इंटरनेट का प्रथम बार कब प्रयोग हुआ?
A. 29 October 1969 को ARPAnet के माध्यम से पहला सन्देश भेजा गया।
इंटरनेट का महत्व:-
इंटरनेट पर निबंध, इसका महत्त्व, उपयोग Essay on Internet in Hindi
यह कई प्रकार की जानकारियां जैसे शिक्षा, चिकित्सा, ऑनलाइन टिप्स, आपातकालीन, व्यापार, मनोरंजन, पर्यटन आदि। इंटरनेट ब्राउज़र पर कई सर्च वेबसाइट जैसे गूगल, बिंग, याहू, पर सभी लोग अपनी जरूरी जानकारियों को प्राप्त कर सकते हैं।
इंटरनेट के माध्यम से आप अपने दोस्तों या ऑफिस के कर्मचारियों को कुछ ही सेकंड में ईमेल के माध्यम से खबर भेज सकते हैं। अब ऐसे कई चैटिंग सॉफ्टवेयर भी बनाए जा चुके हैं जिनके माध्यम से आप वीडियो कॉल, ऑनलाइन चैट और अपने जरूरी डॉक्यूमेंट को भी ट्रांसफर कर सकते हैं। इन चीजों से व्यापार के क्षेत्रों में बहुत ज्यादा फायदा हुआ है क्योंकि इससे लोगों का समय और पैसा दोनों बचता है।
आज के युग का इंटरनेट शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए भी ज्ञान का भंडार है। इंटरनेट पर आप दुनिया के किसी भी देश के पढाई के टॉपिक को आप पढ़ सकते हैं। जो विद्यार्थी अपनी किताबों से कुछ अधिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं वह इंटरनेट के माध्यम से उसी टॉपिक पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी इंटरनेट के माध्यम से भी पढ़ सकते हैं।
अब तो कई यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को ऑनलाइन एजुकेशन भी प्रदान करती है जिसके माध्यम से घर बैठे ही बच्चे अपना कोर्स पूरा करते हैं और परीक्षा भी ऑनलाइन प्रदान करते हैं। इंटरनेट के माध्यम से अब विध्यार्थी अपने मन चाहे पाठ को पढ़ सकते हैं और सीख सकते हैं।
अगर आपको अखबार पढ़ने की आदत है और कुछ कारण से अगर आपको किसी दिन का समाचार पत्र नहीं मिल पाता है तो आप आसानी से उसी समाचार पत्र को अपने कंप्यूटर या मोबाइल पर ई-पेपर के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
लगभग सभी समाचार पत्र कंपनियों ने इंटरनेट पर अपने ई-पेपर का वेबसाइट बनाया है जिसके माध्यम से लोग घर बैठे समाचार पत्र पढ़ सकते हैं। अब तो मोबाइल पर भी कई ऐप्स आ चुके हैं जिन पर आप दुनिया के सभी समाचार पत्रों को एक ही ऐप पर पढ़ सकते हैं।
सबसे मुख्य बात यह है कि इंटरनेट पर दुनिया के किसी भी कोने का समाचार या खबर कुछ ही मिनटों में विश्व के हर कोने तक पहुंच जाता है। इंटरनेट ही वह माध्यम है जिसकी मदद से आज आप हमारे वेबसाइट पर यह आर्टिकल पढ़ रहे हैं।
अगर आपको किताबें पढ़ने का शौक है तो इंटरनेट आपके लिए कोई खजाने से कम नहीं है। आज इंटरनेट पर कई ऐसे पोर्टल हैं जहां पर आप दुनिया की सबसे महंगी किताबों को कम दामों में ऑनलाइन ई-बुक के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
साथ ही कई ऐसे वेबसाइट हैं जिन पर आप मुफ्त में लाखों किताबें पढ़ सकते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है अमेजन किंडल स्टोर जहां आप कुछ पैसे देकर लाखों किताबें अपने स्मार्टफोन पर पढ़ सकते हैं।
उसके बाद आप सोशल मी़डिया या सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के माध्यम से अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकते हैं। आज सभी बड़े ब्रांड और जानी मानी हस्तियों का सोशल नेटवर्किंग अकाउंट है जिनके माध्यम से वह अपने फैंस तक अपनी बातें पहुंचाते हैं।
एक सामान्य व्यक्ति भी एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के माध्यम से अपने चहेते लोगों और कई मीलों दूर बैठे अपने रिश्तेदारों से संपर्क में रह सकता है। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर सभी लोग अपने निजी फोटो और प्रतिदिन के कार्यकलापों को पोस्ट के माध्यम से साझा करते रहते हैं जिनकी मदद से लोग एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।
पुराने जमाने में लोगों को बैंकों में कई घंटों तक खड़े होना पड़ता था। कुछ पैसे किसी को भेजने के लिए या पैसे निकालने के लिए लंबी कतारों मैं इंतजार करना पड़ता था। परंतु इंटरनेट ने इस चीज को भी पूर्ण रूप से आसान बना दिया है।
अब आप चाहे तो इंटरनेट बैंकिंग या नेट बैंकिंग के माध्यम से अपने बैंक खाते में जमा पैसों को कुछ ही सेकंड में किसी को भी भेज सकते हैं या अपने बैंक अकाउंट से जुडी कई प्रकार की जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं। यहां तक की ATM कार्ड भी इंटरनेट की मदद से ही काम करता है।
मात्र इतना ही नहीं बल्कि आप कई प्रकार के मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करके भी अपने दूर बैठे किसी दोस्त को पैसे भेज या प्राप्त कर सकते हैं। यह मोबाइल वॉलेट बैंक के अकाउंट से अलग होते हैं क्योंकि इनमें आपको पहले से ही कुछ पैसे भर कर रखना होता है।
यह वॉलेट मोबाइल रिचार्ज, डिश रिचार्ज, और कई प्रकार के ऑनलाइन बिल का भुगतान करने के लिए सबसे बेहतरीन माध्यम होते है। किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन होने के बाद सभी वॉलेट आपको ट्रांजैक्शन आईडी और साथ ही ऑनलाइन इनवॉइस भी ईमेल के माध्यम से प्रदान करते हैं।
अब विश्व के लगभग सभी बड़े देशों में ऑनलाइन शॉपिंग साधारण सी बात है। अब लोगों को सामान खरीदने के लिए भी घर से बाहर निकलने की आवश्यकता नहीं है। अब आप अपने रोजमर्रा की चीजों को घर बैठे ही मंगा सकते हैं।
उसके लिए बस आपको किसी भी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट जैसे Amazon, Flipkart, Ebay पर एक अकाउंट रजिस्टर करना होगा। उसके बाद आप जिस भी उत्पाद को ऑर्डर करेंगे वह उत्पाद आपके घर तक कुछ दिनों में पहुंच जाएगा।
इन ऑनलाइन वेबसाइट पर आप घर बैठे बाजार से सस्ते दामों पर सामान खरीद सकते हैं। इससे भी आपका समय और पैसा दोनों बचता है। आप चाहें तो अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन दोनों पर इन शॉपिंग वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इंटरनेट पैसे कमाने का सबसे बेहतरीन और आसान माध्यम है। आप अपने टैलेंट का इस्तेमाल करके इंटरनेट के माध्यम से अमीर बन सकते हैं। आप कई तरीके से इंटरनेट पर पैसे कमा सकते हैं। इंटरनेट पर पैसे कमाने के कुछ तरीके हैं- वेबसाइट बनाना, एफिलिएट मार्केटिंग, मोबाइल ऐप बनाना, फ्रीलांसर, YouTube पर वीडियो बनाकर आदि।
अपार ज्ञान और जानकारियों का स्रोत होने के साथ-साथ इंटरनेट मनुष्य के लिए सबसे बेहतरीन मनोरंजन का साधन बन चुका है। इंटरनेट पर आप ऑनलाइन गाने सुन सकते हैं, ऑनलाइन वीडियो, लाइव टीवी देख सकते हैं, आप अपने दोस्त या घरवालों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर सकते हैं और हजारों ऐसी चीजें कर सकते हैं जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते।
इन्टरनेट और टेक्नोलॉजी ने मिलकर अंतरिक्ष और पृथ्वी कि दूरी को बहुत कम सा कर दिया है। आज इंटरनेट की वजह से वैज्ञानिक पृथ्वी पर बैठे-बैठे अंतरिक्ष पर गए हुए वैज्ञानिकों से बात कर सकते हैं और उन्हें देख सकते हैं।
पृथ्वी के बाहर घूमते हुए सैटेलाइट पृथ्वी पर इंटरनेट के माध्यम से ही सभी जानकारियाँ दिन-रात भेजती रहती हैं जिसके माध्यम से वैज्ञानिक पृथ्वी पर हो रहे कई प्रकार की गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हैं।
आज इंटरनेट की मदद से ही कई बड़े प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, सुनामी, या तूफान के आने से पहले ही पता लगाया जा सकता है और लोगों को सचेत किया जाता है। इससे लाखों लोगों की जान प्रतिवर्ष बच जाती है।
निष्कर्ष
अंत में मैं बस इतना निष्कर्ष देना चाहूंगा कि इंटरनेट आज की दुनिया में हर किसी के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। परंतु इंटरनेट का उपयोग सही काम में लगाना बहुत जरूरी है।
इंटरनेट का उपयोग मात्र मनोरंजन के लिए करना सही नहीं है क्योंकि इंटरनेट से हम कई प्रकार के ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और विश्व को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। इंटरनेट का उपयोग राष्ट्र के विकास के लिए करना चाहिए ना कि इसे बेकार की चीजों में उपयोग करके अपने समय को बर्बाद करना चाहिए।
Disclaimer:-
दोस्तों आपको इस लेख में internet kya hai?, What is internet in hindi, Types of internet in hindi, इंटरनेट का उपयोग, इन्टरनेट के फायदे और नुकसान, History of Internet in hindi, Intranet Kya hai?, Extranet Kya Hai?, How internet works in Hindi, भारत में इन्टरनेट कब आया? इत्यादि जैसी सम्पूर्ण जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है. आशा करता हूँ आपको यह लेख जरूर पसंद आया होगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in the comment box. & if you have any doubts. Please let me know